भारत में तकनीकी उन्नति और डिजिटल पहल तेजी से आगे बढ़ रही हैं, जो देश के हर क्षेत्र को प्रभावित कर रही हैं। सरकार और निजी क्षेत्र दोनों ही डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
प्रमुख क्षेत्रों में प्रगति:
- 5G रोलआउट और विस्तार: भारत में 5G सेवाओं का विस्तार लगातार जारी है। प्रमुख दूरसंचार प्रदाता (जैसे Reliance Jio और Airtel) देश के अधिकांश हिस्सों में अपनी 5G कवरेज बढ़ा रहे हैं। इससे तेज़ इंटरनेट स्पीड, कम विलंबता (low latency) और नए डिजिटल सेवाओं जैसे IoT (Internet of Things) और AI-आधारित अनुप्रयोगों के लिए मार्ग प्रशस्त हो रहा है। उम्मीद है कि 5G का पूर्ण rollout डिजिटल शिक्षा, टेलीमेडिसिन और स्मार्ट शहरों जैसी पहलों को और गति देगा।
- डिजिटल भुगतान और वित्तीय समावेशन: UPI (Unified Payments Interface) ने भारत में डिजिटल भुगतान क्रांति ला दी है। इसकी सफलता ने दुनिया भर में ध्यान आकर्षित किया है। सरकार वित्तीय समावेशन को और मजबूत करने के लिए डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रही है। नए फिनटेक स्टार्टअप्स और नवाचार भी वित्तीय सेवाओं को और अधिक सुलभ बना रहे हैं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML): भारत AI और ML के क्षेत्र में एक हब के रूप में उभर रहा है। विभिन्न क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य सेवा, कृषि, शिक्षा और ई-कॉमर्स में AI-आधारित समाधानों का उपयोग बढ़ रहा है। सरकार AI अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए नीतियां बना रही है, साथ ही AI के नैतिक उपयोग पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। भारतीय स्टार्टअप्स AI-पावर्ड एप्लीकेशन्स जैसे चैटबॉट्स, डेटा एनालिटिक्स और ऑटोमेशन टूल्स विकसित कर रहे हैं।
- डिजिटल शिक्षा और ई-लर्निंग: कोविड-19 महामारी के बाद डिजिटल शिक्षा को एक बड़ा बढ़ावा मिला है। सरकार दीक्षा (DIKSHA) और स्वयं (SWAYAM) जैसे प्लेटफॉर्मों के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दे रही है। कई एड-टेक कंपनियां भी विभिन्न कौशलों और पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म प्रदान कर रही हैं, जिससे देश के दूरदराज के इलाकों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच बढ़ रही है।
- ई-गवर्नेंस और नागरिक सेवाएं: सरकार डिजिटल माध्यम से नागरिकों को विभिन्न सेवाएं प्रदान करने पर जोर दे रही है। आधार (Aadhaar), डिजिलॉकर (DigiLocker) और UMANG ऐप जैसी पहलें सरकारी सेवाओं को अधिक पारदर्शी, कुशल और सुलभ बना रही हैं। इससे सरकारी कामकाज में भ्रष्टाचार कम हुआ है और नागरिकों को सुविधा मिली है।
- सेमीकंडक्टर विनिर्माण और इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन: भारत सेमीकंडक्टर विनिर्माण में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। सरकार ने इस क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए कई प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में भी वृद्धि देखी जा रही है, जिससे भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन रहा है।


