नई दिल्ली: भारतीय राजनीति में हलचल जारी है। आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में मतदाता सूची (वोटर लिस्ट) में संशोधन को लेकर बड़ा राजनीतिक घमासान छिड़ गया है। वहीं, राज्यसभा के लिए नए सदस्यों के मनोनयन और कांवड़ यात्रा के दौरान सामने आए विवादों ने भी राजनीतिक गलियारों में गरमाहट बढ़ा दी है।
बिहार में मतदाता सूची पर संग्राम: विपक्ष का आरोप – ‘वोट काटने की साजिश’
बिहार में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूचियों के ‘स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR)’ को लेकर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस के राहुल गांधी ने इस अभियान को ‘NDA को लाभ पहुँचाने’ और ‘गरीबों के वोट काटने की साजिश’ करार दिया है।
- विवाद का मूल: विपक्षी दलों का आरोप है कि चुनाव आयोग द्वारा ‘घर-घर सत्यापन’ अभियान के तहत कुछ खास वर्गों के मतदाताओं के नाम जानबूझकर हटाए जा रहे हैं, जो सत्ताधारी गठबंधन के खिलाफ वोट कर सकते हैं।
- चुनाव आयोग का पक्ष: चुनाव आयोग ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि यह एक संवैधानिक प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य मतदाता सूची को अपडेट करना और अवैध प्रवासियों के नामों को हटाना है।
- सुप्रीम कोर्ट में मामला: यह विवाद अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है, जहां विपक्षी दलों द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने सत्यापन प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाई है, लेकिन कुछ दस्तावेजों को वैध प्रमाण के रूप में स्वीकार करने का निर्देश दिया है।
- तेजस्वी का पलटवार: तेजस्वी यादव ने ‘अवैध मतदाताओं’ के दावों को खारिज करते हुए इसे ‘सूत्रों’ की मनगढ़ंत कहानी बताया और कहा कि यदि मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी है तो इसके लिए सत्ताधारी NDA ही जिम्मेदार है, क्योंकि उन्होंने ही पिछले चुनाव जीते हैं।
राज्यसभा में नए चेहरों का मनोनयन: हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां शामिल
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार नई हस्तियों को मनोनीत किया है, जिससे उच्च सदन में नए विशेषज्ञों और अनुभवों का आगमन होगा। इनमें पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला प्रमुख हैं, जिनके मनोनयन को विदेश नीति के मामलों में उनके व्यापक अनुभव के कारण महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
- अन्य सदस्य: उनके अलावा, कानून और शिक्षा के क्षेत्र से उज्ज्वल निकम, शिक्षाविद और लेखक डॉ. मीनाक्षी जैन, और प्रसिद्ध रंगकर्मी सी. सदानंदन मास्टर को भी राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है।
- राजनीतिक संदेश: यह मनोनयन विभिन्न क्षेत्रों से विशेषज्ञता को संसद में लाने के सरकार के प्रयास को दर्शाता है, साथ ही राजनीतिक संतुलन साधने का भी एक संकेत देता है।
कांवड़ यात्रा पर भी सियासी गर्मी
दिल्ली-एनसीआर में चल रही कांवड़ यात्रा भी राजनीतिक चर्चा का विषय बन गई है। दिल्ली में कांवड़ मार्ग पर कांच के टुकड़े बिखेरने की घटना पर विवाद छिड़ गया, जिस पर एलजी वीके सक्सेना ने जांच के आदेश दिए हैं। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
- नूंह में यात्रा की तैयारी: इसी बीच, हरियाणा के नूंह में भी मेवात बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा की तैयारियां चल रही हैं, जिसका रूट मैप भी जारी किया गया है। इस यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था और शांति बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, खासकर पिछले साल हुई हिंसा को देखते हुए।
- राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप: दिल्ली सरकार और विपक्षी दलों के बीच कांवड़ शिविरों और यात्रा से जुड़े मुद्दों पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है, जो धार्मिक आयोजनों पर भी राजनीतिक प्रभाव को दर्शाता है।


